मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों का बढ़ाया जाएगा मानदेय
प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून, श्रीनगर, हल्द्वानी और अल्मोड़ा में सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों व रेडियोलॉजिस्ट के पद खाली हैं। निजी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों को ज्यादा वेतन मिल रहा है जिससे की सरकारी मेडिकल कॉलेज में विभिन्न संकाय को सुपर स्पेशियलिस्ट नहीं मिल रहे हैं।
राजकीय मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों का मानदेय बढ़ाने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है। पर्वतीय क्षेत्रों के सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों का मानदेय 2.14 लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने की भी तैयारी है।
आगामी कैबिनेट में मानदेय बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है। प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेज देहरादून, श्रीनगर, हल्द्वानी और अल्मोड़ा में सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों व रेडियोलॉजिस्ट के पद खाली हैं। निजी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों को ज्यादा वेतन मिल रहा, जिससे सरकारी मेडिकल कॉलेज में विभिन्न संकाय को सुपर स्पेशियलिस्ट नहीं मिल रहे हैं।
सुपर स्पेशियलिस्ट संकायों में कार्डियोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, रेडियोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, प्लास्टिक एवं बर्न सर्जरी विभाग शामिल हैं, जिनमें प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर व सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों की आवश्यकता है।
चिकित्सा शिक्षा निदेशालय ने पर्वतीय क्षेत्रों के राजकीय मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसर पद के लिए सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों का मानदेय 2.14 लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये, मैदानी क्षेत्रों में 1.43 लाख से बढ़ाकर चार लाख रुपये करने का प्रस्ताव बनाया गया है, जबकि एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर व सीनियर रेजीडेंट पद पर भी मानदेय बढ़ाया जाएगा।