देहरादून: वैशाली शर्मा को “Lady of Legacy” अवॉर्ड से सम्मानित किया गया*

देहरादून में आयोजित एक विशेष समारोह में, अंतर्राष्ट्रीय बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर वैशाली शर्मा को “Lady of Legacy” अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें वरिष्ठ मंत्री उद्यमिता, श्रीमती विनोद उनियाल द्वारा समाज में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया। इस अवसर पर, उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती रितु खंडूरी ने भी वैशाली शर्मा के सामाजिक कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की और उनके प्रयासों को सराहा।
वैशाली शर्मा पिछले कई वर्षों से समाज सेविका के रूप में नि:स्वार्थ कार्य कर रही हैं। उनकी सेवाओं का लाभ हजारों लोगों तक पहुंच चुका है। उनके द्वारा किए गए कार्यों में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना, स्कूली शिक्षा से वंचित बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करना, दिव्यांग जनों में आत्मविश्वास का संचार करना, और सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुंचाना शामिल है। वैशाली की समाज सेवा केवल एक कार्य नहीं, बल्कि उनका जीवन ध्येय बन चुका है ।

वैशाली शर्मा ने महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए अनेक अभियान चलाए हैं। वे महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं और उन्हें विभिन्न कानूनी और सामाजिक अधिकारों के बारे में जागरूक कर रही हैं। इसके अलावा, वैशाली ने उन बच्चों के लिए शिक्षा की रोशनी जगाई है, जो किसी कारणवश स्कूल नहीं जा पाते। उनकी इस नि:स्वार्थ सेवा का उद्देश्य समाज के हर वर्ग को समान रूप से सशक्त करना है।

वैशाली के अथक प्रयासों और समाज सेवा के प्रति उनकी अटूट निष्ठा को देखते हुए उन्हें विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सम्मानित किया गया है। उनके उत्कृष्ट कार्यों के कारण, उनका नाम “इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” में दर्ज किया गया है। इसके अलावा, उन्हें “ग्लोबल आइकॉनिक आयरन लेडी” का खिताब भी प्राप्त हुआ है।

प्रशासन ने भी उनके योगदान को मान्यता देते हुए उन्हें “स्वीप आइकॉन हरिद्वार” के रूप में चुना है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने भी उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन्हें “40 लीडर अंडर 40” के टैग से सम्मानित किया। वैशाली शर्मा के कार्यों ने समाज में एक नई प्रेरणा का संचार किया है और वे अनेक लोगों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बन गई हैं।

वैशाली शर्मा का कहना है कि समाज सेवा उनके लिए केवल एक कार्य नहीं, बल्कि उनका जीवन का मकसद है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके निरंतर प्रयासों और समाज सेवा के प्रति उनकी निष्ठा ने उन्हें आज इस मुकाम पर पहुंचाया है। वे आगे भी इसी प्रकार समाज सेवा में सक्रिय रहेंगी और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहेंगी।