आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) के रूप में आज नया प्रधानमंत्री मिल सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूनाइटेड नेशनल पार्टी (UNP) के नेता विक्रमसिंघे आज शाम 6.30 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. यूएनपी ने इस बात की पुष्टि की है. विक्रमसिंघे पहले भी पांच बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. 73 साल के रानिल विक्रमसिंघे यूनाइटेड नेशनल पार्टी के अध्यक्ष रह चुके हैं, उन्होंने सत्तर के दशक में राजनीति में कदम रखा और 1977 में पहली बार सांसद निर्वाचित हुए थे.
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने बुधवार देर रात देश के नाम संबोधन में इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था, लेकिन इस सप्ताह एक नए प्रधानमंत्री और नए मंत्रिमंडल की नियुक्ति करने का वादा किया, जो संवैधानिक सुधार पेश करेगा. उन्होंने देश के सबसे खराब आर्थिक संकट को लेकर प्रदर्शनों के बीच यह घोषणा की. इन प्रदर्शनों के कारण उनके बड़े भाई महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और वह अपने सहयोगियों पर हिंसक हमलों के बाद से एक नौसैन्य अड्डे पर सुरक्षा घेरे में हैं.
श्रीलंका में सोमवार से कोई सरकार नहीं है. गोटबाया के बड़े भाई और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने उनके समर्थकों द्वारा सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला किए जाने को लेकर भड़की हिंसा के बाद इस्तीफा दे दिया था. इस हमले से राजपक्षे के वफादारों के खिलाफ व्यापक पैमाने पर हिंसा भड़की, जिसमें दो पुलिस अधिकारी समेत नौ लोगों की मौत हो गई.
राष्ट्रपति ने बुधवार रात को संबोधन में कहा कि संसदीय बहुमत वाले व्यक्ति को प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाएगा. इसके बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को अंतरिम सरकार का नया प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है. उन्होंने बुधवार शाम को राष्ट्रपति से मुलाकात भी की थी.