हाजी अली दरगाह के ट्रस्टी सुहैल खंडवानी को एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी उनसे 1993 के सीरियल बम ब्लास्ट से जुड़े मामलों में पूछताछ करेगी. इससे पहले एनआईए ने सोमवार को महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री और राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक के साथी सुहैल खंडवानी के घर पर छापा मारा. बता दें कि नवाब मलिक को भी प्रवर्तन निदेशालय ने हिरासत में लिया था.

माहिम में रहने वाले सुहैल खंडवानी हाजी अली दरगाह के ट्रस्टी हैं. उनके माहिम वाले आवास पर सोमवार सुबह छापेमारी की गई. जानकारी के अनुसार, 1993 के मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट केस से जुड़े मामलों की जांच के लिए एनआईए ने सोमवार को कई जगहों पर छापेकारी की. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई के भिंडी बाजार इलाके से छोटा शकील के साथी सलीम कुरैशी और सलीम फ्रूट को भी कस्टडी में लिया है. NIA की यह रेड दाऊद और उसके गिरोह के सदस्यों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर की गई. सूत्रों के मुताबिक एनआईए की छापेमारी के दौरान कई अहम दस्तावेज मिले हैं. इसके आलावा एनआईए (NIA) ने समीर अंगोरा को बांद्रा के डिलाइट अपार्टमेंट से हिरासत में लिया है.

बता दें कि सुहैल खंडवानी पेशे से बिजनेसमैन है. सुहैल खंडवानी टचवुड रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड में डायरेक्टर हैं. नवाब मलिक के बेटे फ़राज़ मलिक भी 2006 से 2016 के बीच उसी फर्म के डायरेक्टर रह चुके हैं. टचवुड रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों में सुहैल खंडवानी के अलावा फारूक और जकारिया दरवेश, मनोहर और श्रीचंद अगिचा भी शामिल हैं. कांडला स्थित इस फर्म पर 150 करोड़ रुपये की बैंकिंग धोखाधड़ी का मामला है. कंपनी ने बैंक ऑफ इंडिया से लोन लिया था. कंपनी ने 2016 में खुद को दिवालिया घोषित कर बैंक को लोन का भुगतान करना बंद कर दिया था. इसके बाद सीबीआई ने टचवुड रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से लिए गए लोन की जांच शुरू की. सीबीआई और ईडी दोनों की जांच में कांडला फर्म से बीकेसी में संपत्ति खरीदने वाली एक कंपनी से लोन राशि के मनी लॉन्ड्रिंग का खुलासा हुआ है.

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