राज्य में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. इसको लेकर अब एक बार फिर लोगों में दहशत भी दिखाई देने लगी है. वहीं, दूसरी लहर के दौरान उत्तराखंड के हालात बद से बदतर हो गए थे, जिसे कोई भी भुला नहीं सकता. लिहाजा, अब कोरोना की चौथी लहर की संभावना व्यक्त की जा रही है जिसको लेकर सरकार बैठकें कर रही है तो वहीं, विपक्ष सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़े कर रहा है.

बता दें कि राज्य में अब तक 87 कोरोना केस एक्टिव (Covid active cases in uttarakhand) हैं. वहीं, 1600 से ज्यादा सैंपल अभी भी जांच के लिए पेंडिंग हैं. बीते रोज राज्य के कैबिनेट मंत्री समेत 13 स्कूली छात्र भी कोरोना से संक्रमित हो गए थे. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार गंभीर है और अधिकारियों को व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में व्यवस्था बेहतर है. अधिकारी लगातार काम कर रहे हैं जो धरातल पर दिखाई दे रहा है. उधर, वैक्सीनेशन को भी सरकार बढ़ावा दे रही है.

वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार महज बैठकें कर खानापूर्ति कर रही है. तैयारियों को लेकर आज भी सरकार के हाथ खाली हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है. सरकार द्वारा 8 लाख लोगों के आने का दावा किया जा रहा है. पहले कुंभ में कोरोना विस्फोट हुआ था और अब चारधाम यात्रा को लेकर सरकार लापरवाही बरत रही है. उन्होंने कहा कि यात्रा को लेकर सरकार लोगों को गुमराह कर रही है. ऐसे में लोगों को खुद अपनी सुरक्षा निर्धारित करनी होगी. अन्यथा हालात बद से बदतर हो जाएंगे.

बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना को लेकर देशभर के मुख्यमंत्रियों से वर्चुअल बातचीत ने यह साफ कर दिया है कि कोरोना को लेकर हालात देशभर में मुफीद नहीं हैं. आने वाले खतरे को लेकर केंद्र सरकार आशंकित है. लिहाजा, अब उत्तराखंड में भी इससे जुड़ी तैयारियों को अमलीजामा पहनाने की कोशिश की जा रही है. वैसे आपको बता दें कि 2021 में भी मई का महीना संकट भरा रहा था. अब एक बार फिर मई महीना आते ही राज्य में कोरोना की चौथी लहर अपनी दस्तक देने लगी है.

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