फैक्ट्रियों में शोषण के खिलाफ लंबे समय से धरने पर बैठे मजदूरों के समर्थन में आज पंतनगर सिडकुल में मजदूर किसान महापंचायत का आयोजन (Mazdoor Kisan Mahapanchayat Organized in Sidcul) किया गया. महाचंपायत में किसान नेता नरेश टिकैत (Farmer leader Naresh Tikait in Mahachampayat), गुरुनाम सिंह चडूनी, तजिंद्र सिंह सहित हजारों मजदूर और किसान मौजूद रहे. इस दौरान महापंचायत में कई प्रस्ताव पास (Many resolutions passed in Mahapanchayat) किए गए.

पंतनगर सिडकुल में विभिन्न फैक्ट्रियों के मजदूरों की मांगों को लेकर आज पारले चौक में मजदूर किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत सहित तमाम सिडकुल फैक्ट्रियों के यूनियनों के पदाधिकारी और सैकड़ों मजदूर, किसान मौजूद रहे. इस दौरान वक्ताओं ने कहा सिडकुल में मजदूरों का शोषण (exploitation of labours in sidcul)हो रहा है. आवाज उठाने पर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है.

नरेश टिकैत ने कहा कि ठेका प्रथा बंद की जाए. मजदूरों को स्थायी करना होगा. मजदूरों को समान काम, समान वेतन (equal pay for equal work) मिलना चाहिए. नियमानुसार बोनस, न्यूनतम वेतन और ओवर टाइम डबल का भी भुगतान किया जाना चाहिए. सिडकुल की तमाम फैक्ट्रियों के मजदूरों को न्याय मिलना चाहिए. न्यूनतम वेतनमान 25 हजार होना चाहिए. मजदूरों और किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं.

उन्होंने कहा कि सिडकुल में 400 फैक्ट्रियां थी, लेकिन अब तक 100 से अधिक फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं. एक भी फैक्ट्री मजदूरों की हड़ताल से बंद नहीं हुई है, बल्कि सरकारों की नीतियों से बंद हो रही हैं.

वहीं, तराई किसान संगठन के अध्यक्ष तजिंदर सिंह ने कहा सीएम से सिडकुल में मजदूरों के उत्पीड़न को लेकर बातचीत करने का प्रयास किया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत और गुरुनाम सिंह चडूनी ने मजदूरों की समस्या को बातचीत के जरिए निपटाने की बात कही. उन्होंने उत्तर प्रदेश में अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे बुलडोजर पर कहा कि सरकार अतिक्रमण को ध्वस्त कर रही है. धवस्तीकरण की जगह उन स्थानों पर वृद्धाआश्रम, अस्पताल और स्कूल बनाने चाहिए.

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