शासन ने सोमवार को एक बार फिर से ब्यूरोक्रेसी के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है. सीएम योगी के आदेश पर औरैया के जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया है. काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते औरैया के जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है. उनके खिलाफ हुईं भ्रष्टाचार से जुड़ी शिकायतों पर विजिलेंस जांच का भी आदेश दिया गया है.

औरैया डीएम सुनील कुमार वर्मा पर करप्शन से जुड़े कई आरोप हैं. जिसकी वजह से उनके खिलाफ यह एक्शन लिया गया है. माना जा रहा है कि आने वाले समय मे ऐसे अनेक अफसरों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है. भ्रष्टाचार से संलिप्त अधिकारियों की शासन स्तर पर सूची तैयार कर ली गई है.

गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश में लापरवाह अधिकारियों पर बारी-बारी से कार्रवाई की जा रही है. कुछ दिन पहले ही सोनभद्र के डीएम टीके शिबू और गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को भी काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते सस्पेंड कर दिया गया था.

चुनाव जीतकर प्रदेश में दोबारा सरकार बनाने में कामयाब रहे योगी आदित्यनाथ इन दिनों लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई कर रहे हैं. इस संबंध में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. वहीं, सस्पेंडेड डीएम की सम्पत्ति की भी जांच करवाई जाएगी. ऐसे ही अधिकारियों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हंटर चुनाव के बाद से चल रहा है.

माना जा रहा है कि यह वही अफसर हैं जो चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के संपर्क में रहे हैं. अखिलेश यादव ने इस बात को खुद अपनी एक सभा में स्वीकार किया था कि योगी सरकार के कई अफसर उनके संपर्क में हैं. यही नहीं चुनाव के परिणाम आने से ठीक पहले समाजवादी पार्टी के रंग में रंगे जाने लगे थे. अनेक ऐसे विकास कार्य जो सपा की सरकार में कराए गए थे, उनमें नए सिरे से काम होना शुरू हो गया था. जिसके बाद में यह तय हो गया था कि योगी सरकार आने के बाद ऐसे अफसरों पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा

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