पौड़ी जिले में मौसम कहर बनकर बरपा है. पहले सूखे और जंगली जानवरों की वजह से फसल बर्बाद हुई. अब बारिश और ओलों ने बची हुई फसल को भी तबाह कर दिया है. जिससे किसान काफी मायूस हैं.
पौड़ी जिले के बिरोखाल ब्लॉक के वेदीखाल के शैधार गांव के किसान ज्ञानदीप बहुखंडी ने 5 नाली खेत पर आलू बोया था. जो मूसलाधार बारिश और ओले की वजह से बर्बाद हो गई है. जबकि, इससे पहले जंगली सूअरों ने भी आलू की खेती भारी नुकसान पहुंचाया था. अब भारी बारिश और ओले की वजह से 60 फिसदी आलू की फसल बर्बाद हो गई है.
पौड़ी ब्लाॅक के भ्यूली गांव के किसान महेंद्र सिंह ने बताया कि उनके 23 रेड पुलम के पेड़ फल से लदे थे. जो एक सप्ताह बाद बाजार में बिकने के लिए जाने वाले थे, लेकिन ओलों की वजह से पूरी फसल तबाह हो गई है. उन्होंने बताया कि वो एकत्रित खेती करते हैं. उन्होंने 3 नाली भूमि पर 56 कद्दू की बेल उगाई थी. वो भी ओले की वजह से 80 फिसदी खराब हो गए हैं.
वहीं, क्षेत्र में बारिश, आंधी और ओलों की वजह से किसानों की आम, अंगूर, लीची, आड़ू, पुलम को भारी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा सब्जी उत्पादन करने वाले किसानों की भी प्याज, गोभी, आलू, तोरी आदि की खेती प्रभावित हुई है. वहीं, किसानों ने सरकार से मुआवजे की गुहार लगाई है.