देश की पहली महिला आईपीएस किरण बेदी (First lady IPS Kiran Bedi) ने अपनी संस्था इंडिया विजन फाउंडेशन (India Vision Foundation) के सदस्यों के साथ जिला कारागार रोशनाबाद का भ्रमण किया. उन्होंने जेल में कैदियों के रोजगार से जुड़े कार्यों को देखा. शिक्षा का महत्व बताते हुए उन्होंने कैदियों की शिक्षा व्यवस्था का बीड़ा उठाने का जिम्मा लिया. साथ ही कैदियों के स्वरोजगार की दिशा में भी अहम कदम उठाने का भरोसा दिलाया. वहीं, वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य के प्रयासों की किरण बेदी ने सराहना की.

बता दें कि पहली महिला आईपीएस होने के साथ ही किरण बेदी तिहाड़ जेल की डीजी भी रही हैं. तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में उन्होंने काफी काम किया है. जिसके चलते उन्हें मैग्सेसे पुरस्कार (Magsaysay Award) मिल चुका है. उनकी संस्था इंडिया विजन फाउंडेशन कैदियों के कल्याण के लिए काम करता है. इसी के तहत किरण बेदी अपनी टीम के साथ जिला कारागार रोशनाबाद पहुंची. वरिष्ठ अधीक्षक मनोज आर्य ने उन्हें जेल का भ्रमण कराया.

इस दौरान किरण बेदी ने कैदियों से बात की. उन्होंने कहा जो लोग पढ़ना चाहते हैं, इंडिया विजन फाउंडेशन उनकी जिम्मेदारी उठाएगा. कैदियों को शिक्षा का महत्व बताते हुए किरण बेदी ने कहा कि आप सभी शिक्षा प्राप्त कर अच्छे नागरिक बन सकते हैं. उन्होंने जेल स्टाफ से मुलाकात कर तिहाड़ जेल के अपने अनुभव भी साझा किए. उनके साथ डीपीएस के प्रधानाचार्य अनुपम जग्गा ने भी बंदियों की पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी में सहयोग देने का भरोसा दिलाया.

वहीं, किरण बेदी सिडकुल के उद्यमियों से भी मुलाकात कर उनसे चर्चा करेंगी कि जेल में मानव संसाधन के रूप में मौजूद कैदियों का उद्योगों में कैसे सदुपयोग किया जा सकता है. इससे कैदियों के लिए स्वरोजगार के और ज्यादा अवसर पैदा हो सकेंगे