नगर निगम की बोर्ड बैठक में कांग्रेस पार्षद मीना बिष्ट ने शहीद राजेश रावत को पत्थरबाज कहा (Councilor Meena Bisht called martyr Rajesh Rawat a stone pelter) जिसका बाद से मामला तूल पकड़ता जा रहा है. आज इसके विरोध में राज्य आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल मेयर सुनील उनियाल गामा से मिला और ज्ञापन सौंपा.

आंदोलनकारियों ने कहा कांग्रेसी पार्षद ने शहीद राज्य आंदोलनकारी राजेश रावत के लिए जो बयान दिया है, वो बहुत ही घृणित और निंदनीय है. जिसके लिए महिला पार्षद को बोर्ड से बर्खास्त करके किसी अन्य को नॉमिनेट पार्षद बनाया जाए. आंदोलनकारियों ने ये भी चेतावनी दी कि यदि कोई भी शहीदों या फिर राज्य आंदोलनकारियों का अपमान करेगा तो उसे राज्य से खदेड़ दिया जाएगा.

मेयर सुनील उनियाल गामा (Mayor Sunil Uniyal Gama) ने कहा कांग्रेसी पार्षद मीना बिष्ट ने जिस तरह से शहीद राजेश रावत का बोर्ड बैठक में अपमान (Martyr Rajesh Rawat insulted in board meeting) किया है, वह निंदनीय है. हमें भी काफी आहत हुआ है. आज आंदोलनकारी साथी ज्ञापन सौंपने आए थे और मैंने आश्वासन दिया है कि एक कमेटी बनाई जाएगी और आरोपी पार्षद की सदस्यता खत्म करने के लिए विचार किया जाएगा.

बता दे कि देहरादून नगर निगम की बोर्ड बैठक में देहरादून नई बस्ती चंद्र रोड का नाम शहीद राजेश रावत के नाम पर रखे जाने का कांग्रेस पार्षद मीना बिष्ट ने विरोध किया. साथ ही हंगामा करते हुए शहीद राज्य आंदोलनकारी राजेश रावत को पत्थरबाज कहा. जिसके बाद बीजेपी पार्षदों ने शहीद के अपमान को लेकर जमकर हंगामा काटा और कांग्रेस पार्षद मीना बिष्ट से माफी मांगने को कहा.

जिसके बाद मीना बिष्ट बोर्ड की बैठक छोड़कर चली गई. हालांकि, मामला तूल पकड़ता देख कांग्रेस ने भी पार्षद मीना बिष्ट को पार्टी से निलंबित कर दिया है. आज इसी मुद्दे को लेकर राज्य आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल मेयर सुनील उनियाल गामा से मिला और ज्ञापन सौंपा.

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