यूक्रेन में फंसे भारतीय लोगों को सुरक्षित देश लाने के लिए केंद्र सरकार का अभियान जारी है। इसके तहत रविवार तड़के 2.45 बजे एयर इंडिया की दूसरी फ्लाइट 250 भारतीय नागरिकों को लेकर लौटी और दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड हुई। यह फ्लाइट रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट (Bucharest) से आई है। एयरपोर्ट पर मौजूद नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Civil Aviation Minister Jyotiraditya Scindia) ने यूक्रेन से आए लोगों का स्वागत गुलाब का फूल देकर किया। एयरपोर्ट पर लैंड होने के बाद सिंधिया ने प्लेन में जाकर वापस आए छात्रों का स्वागत किया साथ ही एयर इंडिया के क्रू मेंबर्स को भी धन्यवाद कहा। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘एक-एक भारतीय नागरिक को यूक्रेन से वापस लाया जाएगा, हम इसकी गारंटी लेते हैं। प्रधानमंत्री यूक्रेन के राष्ट्रपति और रूस के राष्ट्रपति से संपर्क में है ताकि हर नागरिक को वापस लाया जा सके।’ उन्होंने यह भी कहा कि अपने दोस्तों व सहयोगियों तक इस मैसेज को पहुंचा दें कि वापस देश में उन्हें सुरक्षित लाने के बाद ही हम चैन की सांस लेंगे। संबोधन के आखिर में उन्होंने जय हिंद के नारे लगाए।

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यूक्रेन में रूस की सैन्य कार्रवाई के बीच शनिवार से भारत ने वहां फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए अभियान की शुरुआत की है। शाम में पहली उड़ान (AI1944) 219 लोगों को लेकर मुंबई पहुंची। बुडापेस्ट (हंगरी) से 240 भारतीय नागरिकों को लेकर आपरेशन गंगा के तहत तीसरी उड़ान दिल्ली के लिए रवाना हुई।

वहीं दूसरी उड़ान (AI1942) से 250 भारतीय नागरिक रविवार तड़के 2.45 पर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। इस क्रम में एयर इंडिया की तीसरी उड़ान AI1940, जो हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से रविवार को भारत आनेवाली है। 24 फरवरी की सुबह से यूक्रेन का एयरस्पेस बंद है। इसलिए भारतीय विमान जो वहां फंसे अपने नागरिकों को लेकर लौट रहे हैं वे बुचारेस्ट और बुडापेस्ट से आवाजाही कर रहे हैं।
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एयर इंडिया ने इस मौके की तस्वीरों को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) ने 24 फरवरी को कहा था कि यूक्रेन में करीब 16,000 भारतीय नागरिक हैं जिनमें अधिकतर विद्यार्थी हैं। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने शनिवार को ट्विटर पर कहा कि यूक्रेन में मौजूद भारतीय नागरिकों को सीमा चौकियों की ओर जाने से पहले दूतावास, भारतीय अधिकारियों व उनके लिए मुहैया कराए गए हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करना चाहिए।