ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का काम तेजी से चल रहा है. आरवीएनएल ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के दूसरे चरण का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया है. वहीं, आरवीएनएल ने शिवपुरी से व्यासी तक 26 दिनों में 1,012 मीटर NATM टनलिंग को पूरा करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस उपलब्धि पर टीम के सदस्यों को बधाई दी है.

बता दें कि पहाड़ में रेल का सपना जल्द ही साकार होने वाला है. उत्तराखंड के महत्वाकांक्षी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट (Rishikesh-Karnprayag Rail Line Project) के लिए केंद्र सरकार ने बजट में समयबद्ध निर्माण के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 4,200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. इस बजट के साथ परियोजना के निर्माण कार्यों में तेजी आएगी. यह राशि वर्ष 2021-22 के लिए प्रस्तावित है. इस बजट के मिलने से रेलवे लाइन का निर्माण निर्बाध गति से जारी रह सकेगा. सरकार ने वर्ष 2024-25 तक कर्णप्रयाग-देवप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का काम पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा है.

आरओबी का कार्य शुरू: लछमोली और श्रीनगर में अलकनंदा नदी पर आरओबी का कार्य शुरू हो चुका है. श्रीनगर, गौचर और सिवाई में रोड का कार्य भी प्रगति पर है. ऋषिकेश-देवप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2023-24 और देवप्रयाग-कर्णप्रयाग ब्लॉक सेक्शन का कार्य 2024-25 तक पूरा किया जाने का लक्ष्य है. यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ व बदरीनाथ धाम को रेलवे सेवा से जोड़ने के लिए लगभग 327 किलोमीटर की कुल लंबाई की चार रेलवे लाइन अलाइनमेंट पर भी कार्य किया किया जा रहा है. टनल के कामों को 10 पैकेज में बांटा गया है. ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना के तहत 17 टनल के कामों को 10 पैकेज में बांटा गया है. ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन पर तेजी से काम चल रहा है.

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