नैनीताल जनपद में अवैध खनन बड़े पैमाने पर होता है. इसका जीता-जागता उदाहरण खनन विभाग से सामने आया है. खनन विभाग ने अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इस वित्तीय वर्ष में ₹32 करोड़ का जुर्माना वसूला है. 32 करोड़ का जुर्माना स्टोन क्रशर, खनन पट्टे और भंडारण से इकट्ठा किया है. ऐसे में साफ जाहिर हो रहा है कि नैनीताल जनपद में अवैध खनन बड़े पैमाने पर हो रहा है, लेकिन सरकार और उसके नुमाइंदे अवैध खनन पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं.

नैनीताल जनपद में खनन का कारोबार बड़े पैमाने होता है. नैनीताल जिले के कई नदियों से खनन कार्य से प्रदेश सरकार को हर साल करोड़ों के राजस्व की प्राप्ति होती है. लेकिन सरकार को लीगल खनन के साथ-साथ अवैध खनन से भी भारी राजस्व की प्राप्ति होती है. बात नैनीताल जनपद की करें तो इस वित्तीय वर्ष में खनन विभाग ने कार्रवाई करते हुए अवैध खनन के 52 बड़े मामले पकड़े हैं. इनसे खनन विभाग ने ₹32 करोड़ का जुर्माना वसूला है.

उपनिदेशक खनन राजपाल लेखा ने बताया कि अवैध खनन के खिलाफ खनन विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जाती है. इस वित्तीय वर्ष में अवैध खनन के 52 बड़े मामले पकड़े हैं. अवैध खनन करने वालों से ₹32 लाख का जुर्माना वसूला गया है.

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