मेरठ ब्यूरो : मवाना बहसूमा नगर निवासी एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने के बाद एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया जहां समय से इलाज नहीं मिलने पर महिला की हालत बिगड़ गई और बच्चा उसके पेट में ही घुट कर मर गया, मामला बीते 19 अगस्त का बताया जा रहा है पीड़ित ने बहसुमा थाने में चिकित्सक को नामजद कर तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की है।
बहसूमा के मोहल्ला बसी निवासी हिमांशु ने बताया कि बीते 19 अगस्त को उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने पर नगर के एन एस केयर अस्पताल में भर्ती किया था। आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टरों ने मिलकर मेरी पत्नी का इलाज के नाम लीपा पोती की डॉक्टरों की लापरवाही के चलते डिलीवरी के समय पेट में बच्चा मार दिया गया जबकि पत्नी की हालत बिगड़ने पर हमसे बोला कि मेरठ से सर्जन डॉक्टर आ रहे हैं।
जब सर्जन आए सर्जन ने मौके पर देखा कि मरीज की हालत गंभीर बनी हुई है डॉक्टर ने किसी अन्य अस्पताल में ले जाने की बात कही तभी हमें अस्पताल से रेफर लेटर भी नहीं दिया गया हम जल्दबाजी में मेरठ के एक निजी अस्पताल में अपनी पत्नी को भर्ती कराया जब तक सेप्टिक भी अधिक मात्रा में बढ़ गया था।
डॉक्टर ने कहा कि आपका केस पहले ही बिगड़ा हुआ है मरीज की जान भी जा सकती है तभी उन्होंने मेरी पत्नी की जान तो बचा ली पर बताया कि जो पेट में बच्ची थी वह पहले ही मर चुकी थी यह घटना 19 तारीख की है। अपनी पत्नी की जान बचाने के अभाव में तहरीर देने का समय नहीं मिला पीड़ित ने थाने में तहरीर देते हुए चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है पुलिस ने तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
मवाना से रितेद्र की रिपोर्ट