उद्घाटन से पहले ही डेढ़ करोड़ की लागत से बना कोविड-19 सेंटर होता दिख रहा है ध्वस्त।

उद्घाटन से पहले ही डेढ़ करोड़ की लागत से बना कोविड-19 सेंटर होता दिख रहा है ध्वस्त।

उद्घाटन से पहले ही डेढ़ करोड़ की लागत से बना कोविड-19 सेंटर होता दिख रहा है ध्वस्त। बहादराबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बहादराबाद में डेढ़ करोड़ रुपए से बना चालीस बेड का कोविड-19 सेंटर शुरू होने से पहले ही दीवारों में दरार पड़ गई है। कोविड-19 की चौथी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने (सीएचसी) की पहली मंजिल पर सेंटर बनाया गया है।

उद्घाटन से पहले ही डेढ़ करोड़ की लागत से बना कोविड-19 सेंटर होता दिख रहा है ध्वस्त।

सेंटर की करीब-करीब सभी दीवारों के ज्वाइंट खुल गए है। दरारों में अंदर से बाहर का नजारा देखा जा सकता है। यही नही सेंटर की छत में लगी सीलिंग और खिड़कियां भी टूटकर नीचे गिर रही है। इस स्थिति में कभी भी कोई भी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

चार माह पहले परियोजना प्रबंधन निर्माण इकाई पेयजल संस्थान एवं निर्माण निगम द्वारा सेंटर को हस्तांतरित कर चुका है। 40 बैड का कोविड-19 सेंटर बनेगा। मरीजों को यहां पर भर्ती कराया जा सकेगा। सेंटर में पर्याप्त संख्या में डॉक्टर्स, नर्स, स्टाफ तैनात किया जाएगा ।

और वेंटीलेटर के साथ ही ऑक्सीजन और कोविड-19 सबंधित सभी दवाइयां उपलब्ध रहेगी l

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक करीब चार माह पहले निर्माण एजेंसी पेयजल विभाग ने कार्य पूरा कर स्वास्थ्य विभाग को कोविड-19 सेंटर सौंप दिया है। लेकिन तबसे आज तक स्वास्थ्य विभाग के किसी बड़े अधिकारी या टेक्निकल टीम ने सेंटर का निरीक्षण करने की जहमत तक नहीं उठाई ।

जिसका परिणाम सरकारी धन की बंदर बांट साबित होता दिख रहा है। सीएचसी अधीक्षक सुबोध जोशी ने विवादास्पद तर्क दिया कि दरारें लिपाई-पुताई कर खत्म हो जाएगी। इसमें खतरे जैसी कोई बात नही है।

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