समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पार्टी कार्यालय लखनऊ में अयोध्या में दुष्कर्म की शिकार एक पांच वर्षीय मासूम बच्ची के चाचा और पिता ने भेंट की और अपना दर्द बयां किया. इसके बाद समाजवादी पार्टी ने बयान जारी कर कहा है कि हनुमानगढ़ी चौराहा के पास 16 मार्च 2022 को जब रात्रि 08ः00 बजे बच्ची खेल रही थी तभी किसी हैवान ने उसे अपना शिकार बनाया. बच्ची को मारा पीटा और धमकाया गया, वह अभी तक सदमें में है. उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ में उसी रात्रि 11ः00 बजे भर्ती कराया गया है. बच्ची के पिता ने बताया कि 16 मार्च 2022 की घटना से आज 15 दिन हो गए. प्रशासन ने कोई मदद नहीं की. बच्ची ने बताया था कि दुष्कर्म की घटना में तीन लोग शामिल थे. इसके बावजूद आरोपितों की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है. सरकार ने परिवार की कोई सुध नहीं ली.

पीड़िता अस्पताल में तड़प रही और सरकार जश्न मनाने में व्यस्त
जारी बयान में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पवित्र धाम में ऐसी अपवित्र घटना होना दुःखद है और विचलित करने वाली है. पांच वर्ष की मासूम बच्ची मेडिकल कॉलेज लखनऊ में तड़प रही हैं लेकिन शासन-प्रशासन संवेदनहीन बना हुआ है. अभियुक्त को बचाने में सरकार लगी हुई है, यह निंदनीय है. भाजपा जश्न मनाने में व्यस्त है. सपा अध्यक्ष यादव ने कहा कि भाजपा झूठ-फरेब की राजनीति करती है. बड़े जोरशोर से बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ का नारा दिया गया लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा राज में बेटियां सर्वाधिक दुराचार की शिकार हुई हैं. छेड़खानी से परेशान कई छात्राओं की पढ़ाई छूट गई और कुछ ने तो आत्महत्या तक कर ली. समाजवादी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा और अपराध नियंत्रण के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन सेवा शुरू की थी, उसे भी चौपट कर दिया गया.

पीड़ित परिवार को 1 करोड़ आर्थिक मदद देने की मांग की
अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार को न्याय दिए जाने की मांग करते हुए सरकार से एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और आजीविका के लिए परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिए जाने की भी मांग की है. इसके साथ ही दोषियों की गिरफ्तारी और इलाज की सर्वोत्तम व्यवस्था किए जाने की भी मांग की है. सपा अध्यक्ष यादव ने कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में भी उठाएंगे. भाजपा राज में बेटियों का अपमान और उनके साथ दुष्कर्म की घटनाओं में वृद्धि से उत्तर प्रदेश की बहुत बदनामी हुई है.