यूपी के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने वर्ष 2022 की यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद, प्रयागराज द्वारा आयोजित बोर्ड परीक्षा के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की. वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से हुई बैठक में मण्डलायुक्तों, पुलिस आयुक्तों, जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आदि शामिल हुए. मुख्य सचिव ने कहा कि नकल विहीन परीक्षा के लिए यूपी सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. पेपर लीक मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बैठक में उन्होंने कहा कि दोषियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जाए.

यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले को लेकर बैठक करते चीफ सेक्रेटरी

यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले को लेकर बैठक करते चीफ सेक्रेटरी

उन्होंने कहा कि जिस कमरे में प्रश्न पत्र रखे गये हैं, उसके बाहर एक लॉक बुक मेण्टेन की जाए, जिसमें हर आने जाने वाले व्यक्ति का ब्योरा दर्ज हो. इसके अतिरिक्त तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का ब्योरा भी परीक्षा केन्द्रों पर रखा जाए. उन्होंने कहा कि जिन 24 जनपदों में इण्टरमीडिएट अंग्रेजी प्रश्न पत्र की परीक्षा निरस्त किया गया, उन जनपदों के प्रत्येक परीक्षा केन्द्र से उक्त प्रश्न पत्र के प्रत्येक बण्डल को चेक किया जाए.

यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले को लेकर बैठक करते चीफ सेक्रेटरी

उन्होंने पुलिस महानिदेशक से कहा कि सोशल मीडिया की पड़ताल कर अंतिम व्यक्ति तक पहुंचकर केस को यथाशीघ्र निस्तारित करें. प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल उपस्थित रहे और एलआईयू की सक्रियता भी बढ़ाई जाए. जो व्यक्ति अफवाह फैलाते हैं, उनपर विशेष नजर रखें. अगर किसी जनपद का जिला विद्यालय निरीक्षक लापरवाही करता है तो उसके विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति अवश्य सुनिश्चित कराएं.

अनुपस्थित रहने वाले स्टैटिक मजिस्ट्रेट के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए और परीक्षा शुरु होने से पहले प्रश्न पत्र खुलते समय विशेष ध्यान रखा जाए और परीक्षा से सम्बन्धित प्रश्न-पत्र एवं उत्तर पुस्तिकाओं का कार्य केन्द्र व्यवस्थापक कक्ष से किया जाए. अन्य सभी कार्य किसी दूसरे कमरे से किया जाए.

अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने कहा कि परीक्षा प्रारम्भ होने से पूर्व प्रश्न पत्र खुलते समय डबल लॉक वाले स्ट्रॉग रूम में स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा केन्द्र व्यवस्थापक अपना मोबाइल साथ में न ले जाएं. जिला विद्यालय निरीक्षक यह सुनिश्चित करें कि सीसीटीवी कैमरा तथा वॉयस रिकार्डर प्रत्येक दशा में क्रियाशील रहें तथा कम से कम एक महीने की रिकार्डिंग सुरक्षित रखी जाए. परीक्षा अवधि में सभी सचल दल भ्रमणशील रहें तथा प्रश्न पत्रों के रख-रखाव की व्यवस्था को अवश्य चेक करें.

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने सभी जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों से कहा कि कम से कम 20 प्रतिशत परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण अवश्य कर लें. बैठक में पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत कुमार सहगल, अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ़ अमिताभ यश सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.