देहरादून/ऋषिकेश: केंद्र सरकार की सख्ती के बाद उत्तराखंड चारधाम यात्रा में सरकारी तंत्र व्यवस्थाओं को मुक्कमल करने में जुट गया है. यात्रा सुरक्षित रूप से संचालित हो इसे लेकर अब पहले के मुकाबले पुलिस विभाग अतिरिक्त सतर्क नजर आ रहा है. इसका परिणाम है कि पुलिस मुख्यालय से डीजीपी खुद चारों धाम यात्रा मार्गों की आवाजाही से लेकर मंदिरों के मुख्य धाम और ट्रैकिंग रूट जैसे तमाम स्थानों की निगरानी खुद कर रहे हैं. साथ ही वे आवश्यक दिशा निर्देश भी दे रहे हैं.

डीजीपी अशोक कुमार ने साफ तौर पर माना कि सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के बाद जिस तरह से रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता और मंदिरों में श्रद्धालुओं के दर्शनों को लेकर निर्धारित संख्या तय की गई है, उससे भविष्य में यात्रा में सकारात्मक परिणाम सभी को नजर आएंगे. साथ ही इससे यात्रा सुरक्षित संचालित कराने में पुलिस फोर्स को बड़ी मदद मिलेगी.

बदरीनाथ मास्टर प्लान का मिलेगा फायदा: बदरीनाथ धाम में पार्किंग स्थलों को बढ़ाने के साथ यात्रा को और बड़े पैमाने में विस्तार करने की तैयारी भी चल रही है. DGP अशोक कुमार के मुताबिक इस विषय में 1 दिन पहले जब वह मुख्य सचिव के साथ बदरीनाथ मास्टर प्लान निर्माण कार्यों के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे तभी मुख्य सचिव को इस बात के लिए प्रस्ताव दिया गया था कि बदरीनाथ धाम में यात्रियों की पहुंच आसानी को देखते हुए यहां पार्किंग स्थलों की संख्या बढ़ाई जाए. जिससे आने वाले समय में यहां भी यात्रा का विस्तार किया जा सके. मुख्य सचिव ने इस बात पर सहमति जताते हुए मास्टर प्लान निर्माण कार्य संस्थाओं को पार्किंग प्रस्ताव पर कार्य बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.

हार्ट और लंग्स के मरीज हेमकुंड यात्रा से बचें: 15000 फीट से अधिक की ऊंचाई वाले कठिन हेमकुंड साहिब यात्रा को लेकर DGP अशोक कुमार ने कहा कि यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस तंत्र की ओर से सभी तैयारियां कर ली गई हैं.अलग-अलग पड़ावों पर श्रद्धालुओं की मदद के लिए पर्यटन पुलिस चौकी और राहत बचाव दल SDRF टुकड़ियों को तैनात किया गया है. डीजीपी अशोक कुमार ने हेमकुंड साहिब यात्रा श्रद्धालुओं अपील करते कहा जो यात्री दिल और लंग्स (फेफड़े) की बीमारी से ग्रसित हैं वह इस यात्रा से बचें.

ऋषिकेश में चारधाम व्यवस्थाओं का जायजा: चारधाम यात्रा के दौरान ऋषिकेश में व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन में संयुक्त टीम ने होटल, रेस्टोरेंट, गेस्ट हाउस, लॉज और बस स्टैंड के पास सभी दुकानों, फड़ आदि का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान एक दुकान पर ओवर रेटिंग पाए जाने पर चालान किया गया. साथ ही टीम द्वारा निरीक्षण कर वहां पर मूलभूत सुविधाओं को चेक किया. इस दौरान उन्होंने संबंधित होटल और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के स्वामियों को अपने-अपने प्रतिष्ठानों पर चस्पा किए गये रेट लिस्ट चेक की. इसके अलावा चार धाम यात्रा के लिए क्षमता के अनुसार पंजीकरण फुल होने से सात दिन के लिए ऑफलाइन काउंटरों को बंद कर दिया गया है. जिससे चार धाम यात्रा में आए करीब हजारों की संख्या में तीर्थयात्री ऋषिकेश में रुके हुए हैं. प्रशासन द्वारा इन यात्रियों को आईएसबीटी परिसर,धर्मशाला और होटलों में ठहराने की व्यवस्था कर रहा है.

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