पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे आनंद रावत (Harish Rawats son Anand Rawat new statement ) आजकल अपने बयानों को लेकर लगातार सुर्खियों में हैं. रामनगर पहुंचे आनंद रावत ने आज एक और बयान (Harish Rawats son Anand Rawat new statement ) दिया है. जिसमें आनंद रावत ने कहा रामनगर का जो चक्रव्यूह (Ramnagar Political Chakravyuh) है इसको समझना पड़ेगा कि महाभारत में भी चक्रव्यूह का भेदन कभी अर्जुन ने किया ही नहीं है, चक्रव्यूह का भेदन तो अभिमन्यु ने ही किया है. अर्जुन तो कभी चक्रव्यूह में गए ही नहीं, परिस्थितियां अर्जुन के लिए ऐसी बन गई थी कि वह कहीं और चले गए थे. चक्रव्यूह के अंदर तो अभिमन्यु को ही घुसना था. उन्होंने कहा आगे देखें क्या होता है.
आनंद रावत ने कहा कांग्रेस के लिए रामनगर एक राजनीतिक चक्रव्यूह है, चक्रव्यूह को तोड़ने महाभारत में भी अर्जुन नहीं गए थे, बल्कि अभिमन्यु को चक्रव्यूह तोड़ने के लिए भेजा गया था. रामनगर पहुंचे आनंद रावत ने बेरोजगारी युवाओं में नशे के बढ़ते चलन, मानव वन्यजीव संघर्ष जैसी प्रदेश की कई ज्वलंत मुद्दों को भी मीडिया के सामने रखा. वहीं, उन्होंने चंपावत को लेकर भी कहा कि एक तरफ जहां आदमखोर बाघ कई लोगों को निशाना बना रहा है, वहीं, मुख्यमंत्री को इस बात से कोई लेना देना नहीं, उन्होंने कहा मुख्यमंत्री की चर्चा में फतेहपुर या अन्य जगहों में मारे गए बाघों व तेंदुओं के हमले में लोगों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है.
बता दें इससे पहले पूर्व सीएम हरीश रावत के बेटे आनंद रावत ने सोशल मीडिया पर की गई एक पोस्ट में लिखा था कि उनके पिता उन्हें ‘येड़ा’ समझते हैं. जिसके बाद हरीश रावत ने भी आनंद के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. अब एक बार फिर रामनगर, चक्रव्यूह और महाभारत के बयान से आनंद रावत सुर्खियां बटोर रहे हैं.