मुंबई बिल्डर हत्या मामले (mumbai builder murder case) में मुंबई क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता (Mumbai Crime Branch got Big success) हाथ लगी है. मामले में कुख्यात सुपारी किलर गिरोह (killer gang) के सक्रिय सदस्य को मुंबई क्राइम ब्रांच ने एसओजी हरिद्वार की मदद से रेलवे फाटक ज्वालापुर के पास से धर दबोचा. मुंबई क्राइम ब्रांच ने पकड़े गए आरोपी की ट्रांजिट रिमांड कोर्ट से मांगी है.

अब हरिद्वार अपराधियों की शरण स्थली भी बनती जा रही है. इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब मुंबई से आई क्राइम ब्रांच की टीम (Crime Branch team from Mumbai) ने एसओजी पुलिस की मदद से कनखल जगजीतपुर में काफी दिनों से रह रहे हत्या आरोपी अर्जुन पुत्र राजेंद्र चौधरी, निवासी चांदपुर रोड, बुलंदशहर को रेलवे फाटक ज्वालापुर से धर दबोचा.

अर्जुन पर आरोप है कि उसने मुंबई में एक बड़े बिल्डर समय चौहान को उसी के कार्यालय में घुसकर मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद से वह फरार चल रहा था. जिसे मुंबई पुलिस बीते दो माह से तलाश कर रही थी.

दो की पहले हो चुकी गिरफ्तारी: मुंबई बिल्डर की हत्या में शामिल चार आरोपियों में से 2 को पहले ही मुंबई क्राइम ब्रांच गिरफ्तार कर चुकी है. जबकि एक का एनकाउंटर यूपी पुलिस ने 21 मार्च को बनारस में कर दिया था. अब चौथे मुख्य आरोपी को मुंबई क्राइम ब्रांच ने एसओजी के साथ मिलकर हरिद्वार से धर दबोचा है.

26 फरवरी को हुई थी हत्या: बताया जा रहा है कि किसी बड़े किन्नर की सरपरस्ती और एक भूखंड के विवाद को लेकर बिल्डर की हत्या सुपारी किलर द्वारा कराई गई थी. बिल्डर की हत्या के लिए इन 4 लोगों ने ही सुपारी ली थी.

सीसीटीवी फुटेज में दिखा हत्यारा: फरवरी में मुंबई के जिस स्थान पर बिल्डर की हत्या की गई थी, वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरों में हत्याकांड कैद हो गया. जिसमें चारों अपराधियों के शामिल होने की पुष्टि हुई थी. पुलिस ने पहले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया. उसके बाद दो की तलाश कर रही थी कि इनमें से एक का एनकाउंटर यूपी के वाराणसी में किया गया था.

क्या कहते हैं अधिकारी: एसओजी प्रभारी रंजीत सिंह तोमर ने बताया कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने अपराधी की लोकेशन हरिद्वार में बतायी और हमसे संपर्क किया था. जिसके बाद हमारी टीम ने इस शातिर अपराधी को ज्वालापुर रेलवे फाटक के पास से गिरफ्तार कर लिया. यह फिलहाल कनखल के जगजीतपुर क्षेत्र में किराए के मकान पर रह रहा था. अब मुंबई क्राइम ब्रांच इसे कोर्ट में पेश कर इसकी ट्रांजिट रिमांड ले रही है.

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