उत्तराखंड के सीएम धामी और पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (DGP Ashok Kumar) के निर्देश के बाद बागेश्वर में पुलिस ने बाहरी लोगों का सत्यापन अभियान (Verification drive in Bageshwar) तेज कर दिया है. बागेश्वर शहर, कपकोट, गरुड़, कांडा व काफलीगैर में पुलिस ने सत्यापन अभियान चलाया. इस दौरान 75 लोगों का सत्यापन किया गया. जिन लोगों ने पुलिस सत्यापन नहीं कराया, ऐसे 120 लोगों को आईपीसी की धारा 81 पुलिस अधिनियम में चालान किया गया. इनसे करीब ₹45 हजार रुपए का हर्जाना वसूला गया.

बागेश्वर कोतवाल जगदीश ने बताया कि एक मकान स्वामी ने बगैर सत्यापन के मकान में मजदुर किराये पर रखे थे. मकान मालिक का 10 हजार का चालान किया और हिदायत दी कि तीन दिन के भीतर मजदूरों का सत्यापन हर हाल में करा लें. उन्होंने कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा. वहीं, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव ने बताया कि पहचान छुपाकर उत्तराखंड में रहने वालों के खिलाफ सीएम धामी के निर्देश के बाद यह सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है.

बता दें, उत्तराखंड में पहचान छुपाकर घुसपैठ को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने बीते दिनों सख्त रुख अपनाते हुए उत्तराखंड पुलिस विभाग को निर्देशित किया था. इस पर डीजीपी अशोक कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को 10 दिनों तक सघन अभियान चलाकर बाहरी व्यक्तियों का पुलिस सत्यापन (verification drive in uttarakhand) करने के निर्देश दिए थे.

उत्तराखंड में आसानी से प्रवेश करते हैं ‘अपराधी’: उत्तराखंड में रोजाना उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल, पंजाब व हरियाणा जैसे राज्यों से लोगों की आवाजाही लगी रहती है. ऐसे में कई बार आपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी दूसरे राज्यों में वारदातों को अंजाम देने के बाद उत्तराखंड में पहचान छुपाकर प्रवेश कर जाते हैं. ऐसे कई मामले हैं जब उत्तर प्रदेश, हरियाणा पंजाब के कुख्यात अपराधियों की गिरफ्तारी उत्तराखंड से हुई है. यही कारण है कि इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले प्रदेश में पहचान बदल कर रहने वाले बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन किया जा रहा है.

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