भारतीय जनता पार्टी में इन दिनों दान की चेन मार्केटिंग चल रही है. इसमें सारे नेता फंस चुके हैं. भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के माइक्रो डोनेशन अभियान के तहत सभी पदाधिकारियों, विधायकों और मंत्रियों को एक निश्चित लक्ष्य दे दिया गया है. इस लक्ष्य के तहत मंत्रियों को करीब 6000, विधायकों को 1000, प्रदेश पदाधिकारियों को 10-10 और अन्य पदाधिकारियों को भी इसी तरह से लोगों को जोड़कर दान करवाना है. दान आम जनता से करवाना है न कि पार्टी के पदाधिकारियों या सदस्यों से. ऐसे में बड़े-बड़े नेता इन दिनों दान जुटाने में लगे हुए हैं.

भाजपा के प्रवक्ता हीरो बाजपेई ने बताया कि पहले भी हमारे सदस्यता शुल्क अभियान चलते रहे हैं. यह माइक्रो डोनेशन अभियान है, पांच से लेकर हजार रुपये तक का दान इसमें किया जा सकता है. माइक्रो डोनेशन के इस अभियान की शुरुआत कुछ दिन पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की थी. इसके बाद उत्तर प्रदेश में भी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद एक हजार दान करके कार्यकर्ताओं से इस अभियान के तहत जुट जाने के लिए कहा था. सभी मंत्रियों और नेताओं को दान का लक्ष्य दिया गया है.

इसके लिए नमो ऐप के माइक्रो डोनेशन वाले विकल्प पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है. वहां से मिले यूनिक लिंक को आगे बढ़वाकर दान करवाना है. इस लिंक के जरिए हुआ दान उस विशेष नेता के खाते में जुड़ेगा जो इसको फॉरवर्ड करेगा. इसके बाद से भाजपा के पदाधिकारी इस लिंक को व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजकर दान करवाने में जुट गए हैं. सबसे बड़ा लक्ष्य मंत्री और विधायकों का है. इसमें पांच, दस, 100, 500 व 1000 रुपए का दान किया जा सकता है. भाजपा प्रवक्ता का कहना है कि बात पैसे की नहीं है, लक्ष्य है ज्यादा से ज्यादा लोगों को भाजपा से जोड़ना.

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