श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में अब सुबह के समय लाउडस्पीकर का प्रयोग नहीं किया जाएगा. ये फैसला मंदिर प्रशासन ने सीएम योगी की अपील के बाद लिया है.
दरअसल, देश में लाउडस्पीकर से अजान और हनुमान चालीसा को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर प्रबंधन ने सुबह लाउडस्पीकर बंद करने की पहल की है. मंदिर प्रबंधन के अनुसार, अब सुबह के समय होने वाली मंगलाचरण आरती अब लाउडस्पीकर से नहीं होगी. इस संबंध में मंदिर के पदाधिकारियों से मौखिक जानकारी मिल पाई है. लिखित आदेश कुछ देर बाद जारी किया जाएगा.
विश्व प्रसिद्ध श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर परिसर के भागवत भवन के शिखर पर लाउडस्पीकर लगे हुए हैं और प्रतिदिन सुबह करीब एक से डेढ़ घंटे मंगलाचरण आरती और विष्णु सहस्त्रनाम की ध्वनि बजती थी. लाउडस्पीकर से आरती की गूंज के साथ मंदिर और आसपास के क्षेत्र में दिनचर्या शुरू हो जाती थी. अब बुधवार से ही लाउडस्पीकर द्वारा मंगला ध्वनि नहीं सुनाई देगा.
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया उनके पास अभी तक कोई आदेश नहीं आया है. यहां आपस में भाईचारा बना रहे, इसलिए सुबह के समय लाउडस्पीकर का इस्तेमाल न करने का फैसला लिया गया है. जल्द ही ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि लाउडस्पीकर से निकलने वाली ध्वनि मंदिर परिसर तक ही सीमित रहे.
बता दें कि 19 अप्रैल को सीएम योगी ने लाउडस्पीकर को लेकर गाइडलाइन जारी की थी. कहा कि सभी लोगों को अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है. इसके लिए माइक और साउंड सिस्टम का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. लेकिन यह सुनिश्चित किया जाए कि साउंड सिस्टम की आवाज उस धार्मिक परिसर से बाहर न जाए. उन्होंने कहा था कि लाउडस्पीकर के इस्तेमाल की अनुमति केवल इसी शर्त पर दी जा सकती है कि इससे अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए.