गर्मी बढ़ने के साथ एसी, कूलर समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की मांग बढ़ गई है. कच्चा माल महंगा होने से कंपनियों ने 15 से 30 फीसदी दाम बढ़ा दिए हैं. इससे एसी 5 हजार और कूलर 1500 रुपये तक महंगा हो गया है. कारोबारियों का कहना है कि मार्च महीने में गर्मी की शुरुआत होने के साथ ही इलेक्ट्रानिक आइटमों खासकर कूलर, एसी आदि की बिक्री तेज हो गई थी जो अब भी जारी है.

लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र ने बताया कि गर्मी बढ़ने के साथ ही मार्केट में एसी, फ्रिज, कूलर, सीलिंग फैन समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान की डिमांड बढ़ गई है. आलम यह है कि कस्टमर खुद दुकान में आकर स्पेशल ऑर्डर देकर प्रोडक्ट मंगवा रहे हैं. इससे मांग का अंदाजा लगाया जा सकता है. कारोबारी शादाब अली ने बताया कि कॉपर, एलुमिनियम महंगा हो गया था. इसका असर इलेक्ट्रॉनिक सामान की मैन्युफैक्चरिंग पर भी पड़ा है. इसके चलते इन उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी देखी जा रही है.

डेबिट क्रेडिट कार्ड कंपनियां राहत देने में जुटीं : उधर, गर्मी की इस तपिश और इलेक्ट्रानिक आइटमों के बढ़ते दामों के बीच ग्राहकों को लुभाने के लिए कंपनियां डेबिट व क्रेडिट कार्ड से खरीद पर दामों में 5 फीसदी तक की छूट भी दे रहीं हैं. वहीं कुछ दुकानदार ग्राहकों के मूड को भांपकर स्टाक में पड़ा पिछले साल का सामान पुराने रेट में ही बेचने की जुगत लगा रहे हैं. दरअसल, इस बार इलेक्ट्रानिक आइटमों के दामों में आए 30 फीसदी उछाल के बीच ग्राहको का एक बड़ा हिस्सा इसे खरीदने में खुद को असहज पा रहा है. ऐसे में अब कंपनी समेत बड़े दुकानदार ग्राहकों को लुभाने के लिए अपने अपने तरीके से जुगत लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इन सब परिस्थितियों के बावजूद मांग अधिक होने से धीरे-धीरे गर्मी के आखिर तक अच्छी बिक्री होने की संभावना है जिससे व्यापारी बहुत हद लाभ में रहेगा.

नाका इलेक्ट्रॉनिक परिक्षेत्र व्यापार मंडल अध्यक्ष पवन मनोचा ने बताया कि शहर में 500 इलेक्ट्रॉनिक्स शोरूम, दुकानें हैं. नाका हिंडोला में 200 दुकानें हैं. यहां से लखीमपुर, सीतापुर, बाराबंकी, अयोध्या, हरदोई और आसपास के जिले में समान जाता है. उन्होंने बताया कि 25 मार्च के बाद तापमान बढ़ा है. अगले 2 महीने में करीब 300 करोड़ का एसी, कूलर, पंखा सहित अन्य सामान बिक जाएगा. लखनऊ इलेक्ट्रॉनिक एसोसिएशन अध्यक्ष बंटी ने बताया कि कंपनी ने दिसंबर में उत्पादों के दाम 10 फीसदी बढ़ाए थे लेकिन कच्चा माल महंगा होने, प्रोडक्शन घटने से कंपनी ने सीधे 30 फीसदी उत्पादों के दाम बढ़ा दिया है. स्टार रेटिंग के हिसाब से रेट में और अंतर आएगा.

You missed