गंगा पर बने 146 साल पुराने पुल जर्जर होने की वजह से बंद हो गया है. शहर के लोग अभी तक गंगा पर बने इस पुल से होकर उन्नाव और लखनऊ जाते थे. पुल जर्जर होने की वजह से विकल्प के तौर पर लोगों को कई किलोमीटर का सफर बेवजह करना पड़ता था और वह दूसरे मार्ग से मजबूरी वश उन्नाव होते हुए लखनऊ जाते हैं.

हालांकि, जब जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इस पुल का संज्ञान लिया तो सेतु निगम के अफसरों संग तय हुआ कि इस पुल पर आवागमन हमेशा के लिए बंद कर दिया जाए और इसके समानांतर गंगा नदी के ठीक ऊपर दूसरा पुल बना दिया जाए. सेतु निगम के अधिकारियों ने जब इसका मुआयना किया तो देखा कि करीब 900 मीटर लंबा पुल बनेगा और पुराने पुल के ही समानांतर कानपुर-लखनऊ रेलवे लाइन होने की वजह से नए पुल के साथ रेलवे ओवर ब्रिज को भी तैयार करना होगा.

इस पूरे मामले पर सेतु निगम के महाप्रबंधक (जीएम) राकेश सिंह ने etv bharat को बताया कि सेतु निगम ने गंगा नदी पर पुल और आरओबी का प्रोजेक्ट तैयार कर लिया है. इस पूरी कवायद पर लगभग 240 करोड़ रुपये खर्च होंगे. मंडलायुक्त के संज्ञान लेने के बाद प्रस्ताव शासन में भेजा गया है.

शासन से स्वीकृति मिलते ही पुल का काम शुरू करा दिया जाएगा, जिससे लोगों को जाम से निजात मिल सके और लोग कम समय में कानपुर से उन्नाव व लखनऊ पहुंच सकें. उन्होंने यह भी बताया कि योगी सरकार सभी विभागों का जो 100 दिनों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करा रही है. उसके अंतर्गत कानपुर में सेतु निगम की ओर से कैंट आरओबी का उद्घाटन जल्द कराया जाएगा.

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