स्थानीय व्यापारी पॉड टैक्सी के विरोध में आ गए हैं और इसका रूट बदलने की मांग कर रहे हैं।

स्थानीय व्यापारी पॉड टैक्सी के विरोध में आ गए हैं और इसका रूट बदलने की मांग कर रहे हैं।

 

विदेशों की तर्ज पर धर्मनगरी हरिद्वार में पॉड टैक्सी को चलाना सरकार और प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होगा। स्थानीय व्यापारी पॉड टैक्सी के विरोध में आ गए हैं और इसका रूट बदलने की मांग कर रहे हैं।

स्थानीय व्यापारी पॉड टैक्सी के विरोध में आ गए हैं और इसका रूट बदलने की मांग कर रहे हैं।

धर्मनगरी हरिद्वार में साल भर कई मेले और स्नान पर्व आयोजित होते हैं। ऐसे में बड़ी तादाद में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते हैं। हरिद्वार में जाम की स्थिति से बचने के लिए सरकार ने यहां पर टैक्सी चलाने की योजना बनाई है।

प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार हो चुकी है और पॉड टैक्सी के रूट का ब्लूप्रिंट भी सामने आ चुका है। इस रूट को लेकर स्थानीय व्यापारियों में नाराजगी है और वे इसे धर्मनगरी के व्यापारियों के लिए खतरा बता रहे हैं।

स्थानीय व्यापारी पॉड टैक्सी के विरोध में आ गए हैं और इसका रूट बदलने की मांग कर रहे हैं।

हालांकि जिला प्रशासन लगातार स्थानीय व्यापारियों और लोगों को आश्वस्त कर रहा है कि सभी स्टेकहोल्डर को विश्वास में लेकर ही कार्यवाही आगे बढ़ेगी। अभी योजना बिल्कुल प्रारंभिक चरण में है इसलिए किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं। सभी से राय मशवरा करके ही योजना को धरातल पर उतारा जाएगा।

स्थानीय व्यापारी पॉड टैक्सी के विरोध में आ गए हैं और इसका रूट बदलने की मांग कर रहे हैं।

हरिद्वार में हर की पैड़ी कॉरिडोर और पॉड टैक्सी मेगा प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं। जिसके लिए अधिकारियों ने कवायद भी शुरू कर दी है। लेकिन स्थानीय लोगों का विरोध और योजनाओं के लिए जमीनों का अधिग्रहण प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।