राजधानी दिल्ली में गर्मी बढ़ने के साथ-साथ बिजली की डिमांड में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. सोमवार दोपहर 3.34 बजे बिजली की अधिकतम डिमांड 6 हजार 194 मेगावाट दर्ज की गई है, जो इस सीजन की सबसे अधिक डिमांड मानी जा रही है. इस साल गर्मी जिस हिसाब से अपने रेकॉर्ड बना रही है यह मांग 8 हजार 200 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान जताया गया है.
हालांकि इसे पहले दक्षिण और पश्चिमी दिल्ली में पीक टाइम में 2 हजार 549 मेगावाट बिजली की मांग रही थी. वहीं पूर्वी और सेंट्रल दिल्ली में बिजली की मांग 1 हजार 375 मेगावाट रही. बीआरपीएल क्षेत्र में दक्षिण और पश्चिमी दिल्ली में 2021 और 2020 में इसी समय के दौरान बिजली की अधिकतम मांग 3 हजार 118 मेगावाट और 2 हजार 815 मेगावाट रिकॉर्ड की गई थी. इस साल की गर्मी को देखते हुए बिजली की अधिकतम मांग 3 हजार 500 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है. पूर्वी और सेंट्रल दिल्ली के बीवाईपीएल सेक्टर में 2020 और 2021 में बिजली की मांग 1 हजार 439 मेगावाट और 1 हजार 656 मेगावाट रिकॉर्ड की गई थी. इस वर्ष यह मांग 1 हजार 800 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है.
साल 2022 में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए बिजली की मांग 8 हजार 200 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान जताया गया है. इसको लेकर बीएसईएस ने भी पूरी तैयारी की है. बीएपीएस एवं डिस्कॉम ने बिजली आपूर्ति नेटवर्क को मजबूत किया है. बीएसईएस ने बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए 700 ट्रांसफार्मर लगाए हैं, जिनमें 107 सब स्टेशन भी शामिल हैं. 2021-22 वित्तीय वर्ष में बीएसईएस ने 825 किलोमीटर केवल का नेटवर्क भी तैयार किया है.