मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सोमवार को शासन के वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक की. इस बैठक में सीएम योगी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की समस्याओं पर ध्यान न दिए जाने के कुछ प्रकरण सामने आये हैं. जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर ध्यान दिया जाए और मुख्यमंत्री दफ्तर के स्तर पर समस्याओं को दूर किया जाए.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंत्रिपरिषद के सामने सभी विभागों की आगामी 100 दिन, छह माह, एक वर्ष, दो वर्ष और पांच वर्ष की कार्ययोजना का प्रेजेंटेशन पूरा हो चुका है. मंत्रिपरिषद के सदस्यों के सुझावों को शामिल करके करके अब कार्ययोजना के अमली जामा पहनाने पर जोर दिया जाना चाहिए. निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूरा किया जाए. प्रगति रिपोर्ट का विवरण मुख्यमंत्री दफ्तर को दिया जाए.

लखनऊ में सीएम योगी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की शिकायत, समस्याओं और सुझावों के लिए मुख्यमंत्री दफ्तर हमेशा तैयार रहे. इस संबंध में आवश्यक व्यवस्था की जाए. प्रदेश सरकार ने पिछले पांच वर्ष के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार किए हैं. प्रदेश में आईटीआई, पॉलिटेक्निक, महाविद्यालय, कौशल विकास केंद्र और विश्वविद्यालयों की स्थापना की.

सीएम योगी ने कहा कि एंटी करप्शन पोर्टल को एक्टिव रखें. हर शिकायत को गम्भीरता से लें. हर विभाग में मानव संसाधन की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए अनावश्यक तैनात, अतिरिक्त मानव संसाधन का उचित समायोजन किया जाए. सीएम ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में संचारी रोग की स्थिति को देखते हुए चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और दवा आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए. इस संबंध में स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक प्रबंध किया जाए.

प्राकृतिक अनाज की होगी ब्रांडिंग, 18 मंडलों में बनेंगे टेस्टिंग लैब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्राकृतिक खेती से खाद्यान्न का उत्पादन हो रहा है. इसके लिए सभी 18 मंडलों में पहले चरण में टेस्टिंग लैब बनायी जा रही हैं. प्राकृतिक खेती के किसानों को उचित दाम मिल सके, इसलिए हर मंडी में अलग से व्यवस्था बनाकर व्यवस्थित मार्केटिंग के कार्य को हमने आगे बढ़ाना शुरू किया है. बुंदेलखंड के सात जिलों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार विशेष प्रयास कर रही है.

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